झांसी न्यूज डेस्क: बस्ती जिले के नगर थाना क्षेत्र से करीब एक वर्ष पहले लापता हुआ 15 वर्षीय किशोर राज आखिरकार झांसी रेलवे स्टेशन पर मिला, जहां वह भीख मांगता देखा गया। उसकी पहचान होने की सूचना जैसे ही परिजनों तक पहुंची, उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। राज के मिलने की उम्मीद लगभग खत्म हो चुकी थी, लेकिन अचानक मिली इस खबर ने पूरे परिवार को भावुक कर दिया।
राज कक्षा दस का छात्र था और बेलाडी स्थित स्कूल में पढ़ाई करता था। एक दिन वह रोज की तरह स्कूल गया, लेकिन शाम तक घर नहीं लौटा। परिजनों ने रातभर उसकी तलाश की और अगले दिन नगर थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस और परिवार ने महीनों तक तलाश जारी रखी, लेकिन राज का कोई पता नहीं चल सका। धीरे-धीरे परिवार को भी डर लगने लगा था कि शायद उनका बेटा कभी वापस नहीं लौटेगा।
मंगलवार को झांसी रेलवे स्टेशन पर एक युवक ने प्लेटफॉर्म पर भीख मांगते किशोर से बातचीत की। बातचीत के दौरान राज रो पड़ा और उसने बताया कि वह बस्ती जिले के मरवटिया बाबू गांव का रहने वाला है। युवक ने तुरंत जीआरपी को सूचना दी। झांसी जीआरपी ने बस्ती जीआरपी और नगर थाने से संपर्क कर परिजनों को सूचित किया। सूचना मिलते ही राज का परिवार पुलिस टीम के साथ झांसी पहुंचा।
स्टेशन पर बेटे को सुरक्षित देखकर परिजन भावुक हो गए और उसे गले लगाकर रो पड़े। पुलिस के अनुसार, राज अभी भी मानसिक रूप से सदमे में है और स्पष्ट रूप से कुछ भी बताने की स्थिति में नहीं है। उसने इतना ही कहा कि घर से निकलने के बाद वह लगातार भटकता हुआ दूर चला गया। पुलिस ने उसे मेडिकल जांच के लिए भेजा है और स्वास्थ्य ठीक होने पर उसका विस्तृत बयान दर्ज किया जाएगा। एक साल पुरानी गुमशुदगी का मामला सुलझने पर पुलिस ने भी राहत महसूस की है।