झांसी न्यूज डेस्क: पूर्व विधायक दीप नारायण यादव के संभावित आत्मसमर्पण को लेकर सोमवार को कचहरी परिसर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए, लेकिन दिनभर इंतजार के बावजूद वह कोर्ट नहीं पहुंचे। उनकी ओर से दाखिल आत्मसमर्पण अर्जी पर अदालत ने अब अगली सुनवाई की तारीख 20 दिसंबर तय कर दी है, जिससे पुलिस और प्रशासन को फिलहाल खाली हाथ लौटना पड़ा।
मोंठ थाने में दीप नारायण यादव के खिलाफ डकैती, रंगदारी समेत कई गंभीर धाराओं में नामजद एफआईआर दर्ज है। मामले के बाद से ही पुलिस उनकी तलाश में जुटी हुई है। दबाव बढ़ाने के लिए पुलिस ने उनके कई करीबी लोगों को जेल भेजा है और करीब 22 करोड़ रुपये की संपत्ति भी कुर्क की जा चुकी है।
सोमवार को आत्मसमर्पण की संभावना को देखते हुए सुबह से ही मोंठ थाना प्रभारी राजेश पाल, एसओजी टीम और अतिरिक्त पुलिस बल कोर्ट परिसर और आसपास के इलाकों में तैनात रहा। दोपहर करीब एक बजे तक पुलिस टीम अदालत के बाहर मौजूद रही, लेकिन पूर्व विधायक की कोई मौजूदगी नहीं दिखी।
उधर, अदालत ने उनकी आत्मसमर्पण अर्जी पर अगली तारीख 20 दिसंबर तय कर दी है। वहीं, इलाहाबाद हाईकोर्ट में भी दीप नारायण यादव से जुड़े मामले की सुनवाई 19 दिसंबर को प्रस्तावित है, जिस पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं।