प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्तमान में अफ्रीकी देश घाना की दो दिन की यात्रा पर हैं। वे बीते दिन घाना की राजधानी अकरा पहुंचे, जहां उनका भव्य स्वागत हुआ। एयरपोर्ट पर घाना के राष्ट्रपति जॉन महामा ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया और 21 तोपों की सलामी के साथ गार्ड ऑफ ऑनर भी प्रदान किया गया। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी होटल पहुंचे, जहां भारतीय समुदाय ने भी उन्हें विशेष रूप से सम्मानित किया। भारतीय परिधानों में सजे स्कूली बच्चे उनसे मिलने आए, जिससे इस स्वागत समारोह में एक खास सांस्कृतिक रंग भी जुड़ गया।
घाना में उच्च स्तरीय राजनीतिक बैठकें और द्विपक्षीय वार्ता
स्वागत के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने घाना के उपराष्ट्रपति प्रोफेसर नाना जेन ओपोकु-अग्येमांग से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने घाना के राष्ट्रपति जॉन महामा के साथ राजधानी अकरा में जुबली हाउस में द्विपक्षीय वार्ता की। इस महत्वपूर्ण बैठक में दोनों देशों के बीच चार समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए और आतंकवाद के खिलाफ मिलकर लड़ने का संकल्प लिया गया। द्विपक्षीय वार्ता के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने एक आधिकारिक भाषण भी दिया, जिसमें उन्होंने दोनों देशों के साझा हितों, सहयोग और विश्व शांति के मुद्दों पर अपने विचार रखे।
प्रधानमंत्री मोदी का भाषण: 7 महत्वपूर्ण बिंदु
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घाना का सर्वोच्च सम्मान
प्रधानमंत्री मोदी को घाना की ओर से ‘द ऑफिसर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार ऑफ घाना’ से सम्मानित किया गया। उन्होंने इस सम्मान के लिए घाना के राष्ट्रपति, सरकार और जनता का आभार व्यक्त किया। मोदी ने कहा कि यह सम्मान वे 1.4 अरब भारतीयों की ओर से स्वीकार करते हैं और इसे भारतीय युवाओं, सांस्कृतिक विरासत और भारत-घाना के ऐतिहासिक संबंधों को समर्पित करते हैं।
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डिजिटल और फिनटेक सहयोग
मोदी ने घोषणा की कि भारत घाना को डिजिटल लेनदेन (डिजिटल ट्रांजेक्शन) में तकनीकी सहायता प्रदान करेगा और फिनटेक के क्षेत्र में घाना के साथ सहयोग बढ़ाएगा। इसके साथ ही घाना के युवाओं के लिए उच्च शिक्षा में भारत का समर्थन रहेगा, और ITEC एवं ICCR स्कॉलरशिप की सीमा को बढ़ाया जाएगा। ‘फीड घाना’ कार्यक्रम में भी भारत सहयोग करेगा।
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स्वास्थ्य और कौशल विकास
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत जन औषधि केंद्रों के माध्यम से घाना में किफायती स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराएगा। इसके अलावा, कोरोना वैक्सीन उत्पादन में भी भारत घाना की मदद करेगा। युवा कौशल विकास के लिए भारत एक विशेष प्रशिक्षण केंद्र बनाएगा, जिससे घाना के युवाओं को रोजगार के बेहतर अवसर मिल सकेंगे। रक्षा सप्लाई और साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में भी दोनों देशों का सहयोग होगा।
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अफ्रीकी संघ को जी-20 सदस्यता
मोदी ने कहा कि अफ्रीकी संघ को जी-20 की स्थायी सदस्यता मिलना भारत के लिए गर्व की बात है। भारत की जी-20 अध्यक्षता में यह उपलब्धि हासिल हुई है, जो दोनों देशों के लिए एक बड़ी सफलता है। उन्होंने घाना के राष्ट्रपति के साथ द्विपक्षीय साझेदारी को व्यापक स्तर पर बढ़ाने का संकल्प जताया।
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व्यापार और निवेश
भारत-घाना के बीच द्विपक्षीय व्यापार 3 अरब अमेरिकी डॉलर के पार पहुंच चुका है। भारतीय कंपनियां घाना में करीब 900 परियोजनाओं में 2 अरब डॉलर का निवेश कर चुकी हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अगले पांच वर्षों में दोनों देश इस व्यापार को दोगुना करने का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ेंगे।
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आतंकवाद के खिलाफ सहयोग
प्रधानमंत्री मोदी ने आतंकवाद को मानवता का दुश्मन बताते हुए कहा कि भारत और घाना मिलकर आतंकवाद के खिलाफ लड़ेंगे। उन्होंने घाना के सहयोग के लिए आभार जताया और बताया कि दोनों देशों ने आतंकवाद से निपटने के लिए आपसी सहयोग को और मजबूत करने का फैसला किया है।
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विश्व शांति और संघर्ष समाधान
मोदी ने पश्चिम एशिया और यूरोप में चल रहे संघर्षों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यह युद्ध का समय नहीं है। उन्होंने समस्याओं का समाधान बातचीत और कूटनीति के माध्यम से निकालने की जरूरत पर जोर दिया।
यात्रा का व्यापक महत्व
प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा भारत और घाना के बीच गहरे दोस्ताना और व्यावसायिक संबंधों को और मजबूत करने का अवसर है। दोनों देशों के बीच हुए समझौतों से शिक्षा, स्वास्थ्य, रक्षा, डिजिटल तकनीक और आतंकवाद के खिलाफ सहयोग को मजबूती मिलेगी। इसके अलावा, यह यात्रा भारत के अफ्रीकी महाद्वीप में अपनी रणनीतिक उपस्थिति बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है।
घाना में भारतीय समुदाय की भागीदारी
घाना में भारतीय समुदाय भी प्रधानमंत्री मोदी की इस यात्रा का हिस्सा रहा, जिन्होंने होटल पहुंचकर उनका जोरदार स्वागत किया। यह स्वागत केवल औपचारिक नहीं था, बल्कि भारतीय संस्कृति और परंपरा की झलकियों से भरा हुआ था, जिसने यात्रा के महत्व को और बढ़ाया।
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री मोदी की घाना यात्रा न केवल द्विपक्षीय संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी, बल्कि यह अफ्रीका में भारत की विकास साझेदारी और रणनीतिक सहयोग को भी दर्शाती है। आतंकवाद के खिलाफ सहयोग, डिजिटल तकनीक में साझेदारी और स्वास्थ्य के क्षेत्र में मदद से दोनों देश भविष्य में और मजबूती से एक-दूसरे के साथ खड़े होंगे। मोदी का यह दौरा भारत की विदेश नीति की सफलता का प्रतीक है, जो वैश्विक स्तर पर भारत की छवि को मजबूत करता है।
इस यात्रा से न केवल भारत-घाना संबंध मजबूत होंगे, बल्कि अफ्रीकी महाद्वीप में भारत की भूमिका भी नई दिशा पाएगी