ज्योतिष शास्त्र में राहु को एक पाप ग्रह माना जाता है, जिसका प्रभाव जीवन में भ्रम, मोह, छल और मानसिक अस्थिरता लेकर आता है। राहु का प्रभाव जब किसी राशि पर विशेष रूप से बढ़ता है, तो व्यक्ति को अनेक प्रकार की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। वर्तमान समय में, राहु कुंभ राशि में गोचर कर रहा है और द्रिक पंचांग के अनुसार, यह स्थिति सितंबर 2025 तक बनी रहेगी।
हालांकि राहु हर राशि पर अलग-अलग ढंग से असर डालता है, लेकिन कुंभ राशि के जातकों के लिए यह गोचर कुछ विशेष मामलों में सावधानी बरतने का संकेत दे रहा है।
राहु के कुंभ में होने से कैसा रहेगा प्रभाव?
राहु जब कुंभ राशि में होता है, तो यह कठोर वाणी, जुआ, भ्रम, माया, यात्रा संबंधी समस्याएं, त्वचा रोग और चोरी जैसे मामलों से व्यक्ति को प्रभावित कर सकता है। इसके अलावा यह ग्रह मानसिक तनाव, असमंजस और गलत निर्णयों की प्रवृत्ति भी बढ़ा सकता है।
कुंभ राशि में राहु का गोचर उनके प्रथम भाव (लग्न) में हो रहा है, जिसका सीधा असर व्यक्ति के स्वभाव, स्वास्थ्य, मानसिक स्थिति और सामाजिक व्यवहार पर पड़ता है।
सितंबर 2025 में कुंभ राशिवालों को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
1. वाणी और व्यवहार में संयम रखें
इस समय राहु आपकी वाणी को कठोर बना सकता है। इसका असर आपके दफ्तर के सहकर्मियों और घर के सदस्यों के साथ रिश्तों पर पड़ेगा। अनावश्यक बहस और कटु भाषा से बचें। विशेषकर विवाहित जातकों को जीवनसाथी के साथ संवाद करते समय संयम बरतने की सलाह दी जाती है।
2. आर्थिक मामलों में सतर्कता ज़रूरी
राहु भ्रम का कारक ग्रह है, इसलिए यह आपको लालच भरे निवेश या जुए-सट्टे जैसी गतिविधियों की ओर खींच सकता है। अगर आप निवेश करने की सोच रहे हैं, तो बिना विशेषज्ञ सलाह के कोई बड़ा फैसला न लें।
3. बिना बजट खर्च से बचें
सितंबर में राहु का प्रभाव आपको अनियोजित खर्चों की ओर ले जा सकता है, जिससे आर्थिक स्थिति बिगड़ सकती है। बजट बना कर खर्च करें और कोई भी बड़ा फाइनेंशियल निर्णय सोच-समझकर लें।
4. सेहत का रखें ध्यान
इस समय राहु आपकी त्वचा, सिरदर्द, अनिद्रा और मानसिक तनाव से जुड़ी समस्याओं को बढ़ा सकता है। योग, ध्यान और पर्याप्त नींद से खुद को संतुलित रखें। विवाहित जातकों को अपने जीवनसाथी की सेहत पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।
5. भ्रम और अफवाहों से रहें दूर
राहु भ्रम और माया का कारक है, ऐसे में गलतफहमियों का शिकार होना आसान हो सकता है। सोशल मीडिया या दोस्तों से मिली अधूरी जानकारियों पर भरोसा करने से बचें।
क्या करें राहु के दुष्प्रभाव से बचने के लिए?
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ऊँ रां राहवे नमः मंत्र का प्रतिदिन जाप करें।
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शनिवार को राहु के दोष निवारण हेतु सरसों का तेल और काले तिल का दान करें।
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छाया दान (काले कपड़े में तेल भरकर दान करना) भी राहु के अशुभ प्रभाव को कम करता है।
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यदि संभव हो, तो किसी योग्य ज्योतिषाचार्य से परामर्श लें और राहु शांति के लिए उपाय करें।
निष्कर्ष
सितंबर 2025 तक कुंभ राशि पर राहु का गोचर कई तरह की चुनौतियां लेकर आ सकता है, खासकर वाणी, स्वास्थ्य, खर्च और रिश्तों के मामलों में। ऐसे में यदि आप संयम, सावधानी और आध्यात्मिक उपायों का सहारा लें, तो आप राहु के दुष्प्रभाव को काफी हद तक कम कर सकते हैं। याद रखें, राहु भ्रम पैदा करता है, लेकिन विवेक और सतर्कता से आप सही रास्ते पर बने रह सकते हैं।