झांसी न्यूज डेस्क: जिले में पहली बार सड़क निर्माण के लिए आधुनिक विदेशी तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। ग्रामीण अभियंत्रण विभाग ने जिले के विभिन्न मार्गों पर सात सड़कों के निर्माण के लिए फुल डेफ्थ रिक्लेमेशन (एफडीआर) तकनीक अपनाई है। दावा किया जा रहा है कि यह सड़कें कम लागत में अधिक टिकाऊ साबित होंगी और जिले के लिए एक मॉडल के रूप में सामने आएंगी। इन सड़कों का निर्माण कार्य 25 अप्रैल तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। टेंडर प्रक्रिया के बाद कुछ सड़कों का निर्माण पहले ही पूरा हो चुका है, जबकि बाकी का कार्य तेजी से चल रहा है।
एफडीआर तकनीक से बनने वाली ये सड़कें अपनी मजबूती और टिकाऊपन के लिए खास मानी जा रही हैं। इस तकनीक से सड़कों के निर्माण में लागत कम आती है और सड़कें लंबे समय तक चलती हैं। ग्रामीण अभियंत्रण विभाग ने 2022 में जिले के इन मार्गों के निर्माण की मंजूरी दी थी। अब इस तकनीक से तैयार हो रही सड़कों से लोगों को सुरक्षित और आरामदायक सफर का लाभ मिलेगा।
इस तकनीक से बनी सड़कें जिले के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती हैं। बेहतर गुणवत्ता और टिकाऊपन के कारण ये सड़कें न केवल मॉडल के रूप में सामने आएंगी, बल्कि भविष्य में अन्य परियोजनाओं के लिए भी मार्गदर्शक बनेंगी। स्थानीय लोगों के लिए यह पहल एक बड़ी राहत साबित होगी, क्योंकि अब उन्हें सुगम और सुरक्षित रास्ता मिलेगा।