झांसी न्यूज डेस्क: झांसी के ककरबई थाना क्षेत्र से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां शादी का झांसा देकर लोगों को ठगने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। पुलिस ने इस गैंग की एक महिला समेत चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जबकि मुख्य आरोपी महिला अभी भी फरार है। यह गिरोह अविवाहित लोगों को शादी का सपना दिखाकर उनसे पैसे ऐंठता और फिर लुटेरी दुल्हन मौके से फरार हो जाती। गिरोह में शामिल महिला का पति भी इस ठगी में बराबर का भागीदार था।
बरमाईन गांव के रहने वाले 38 वर्षीय डालचंद्र लंबे समय से शादी के लिए प्रयासरत थे। इसी बीच उनकी मुलाकात जबलपुर की रानी तिवारी नाम की महिला से हुई, जिसने शादी कराने का भरोसा दिया और बदले में एक लाख रुपये की मांग की। 21 मार्च को रानी तिवारी एक युवती और दो युवकों के साथ गांव पहुंची और युवती को 'रोजी' बताकर शादी के लिए तैयार होने की बात कही। डालचंद्र उनकी बातों में आ गए और उन्होंने तय रकम दे दी। पैसे मिलते ही दोनों युवक और रानी तिवारी वहां से चले गए।
24 मार्च की रात दो बजे दो युवक, जय कुशवाहा और आदित्य श्रीवास, मोटरसाइकिल से आए और रोजी के साथ मारपीट करने लगे। जब डालचंद्र ने विरोध किया तो उसे धमकाया गया और युवती को लेकर आरोपी फरार हो गए। इस धोखाधड़ी की शिकायत 26 मार्च को ककरबई थाने में दर्ज कराई गई, जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की।
थाना प्रभारी विनय साहू और उनकी टीम ने तत्परता दिखाते हुए महिला समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए आरोपियों में रोजी, उसके पति सगीर, जय कुशवाहा और आदित्य श्रीवास शामिल हैं। हालांकि, गिरोह की सरगना रानी तिवारी अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर है। पुलिस के अनुसार, यह गैंग कई अन्य स्थानों पर भी इसी तरह की घटनाओं को अंजाम दे चुका है।
पुलिस क्षेत्राधिकारी गरौठा राजेश राय ने बताया कि यह गिरोह अविवाहित लोगों को अपने जाल में फंसाकर शादी के नाम पर धोखाधड़ी करता था। इस बार पुलिस ने गिरोह के सदस्यों को पकड़ने में सफलता हासिल की है, लेकिन मुख्य महिला आरोपी को गिरफ्तार करने के प्रयास जारी हैं। पुलिस अब इस गैंग के अन्य कारनामों और ठगी के मामलों की भी जांच कर रही है।