झांसी न्यूज डेस्क: झांसी की मूंगफली अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्धि प्राप्त करेगी। उत्तर प्रदेश सरकार ने झांसी और बुंदेलखंड की मूंगफली को "एक जिला एक उत्पाद" (ODOP) योजना में शामिल करने का निर्णय लिया है। इससे मूंगफली को एक विशेष पहचान मिलेगी। फिलहाल झांसी जिले के ओडीओपी में सॉफ्ट टॉय और टेरीकॉट शामिल हैं। मूंगफली को इस सूची में जोड़ने से किसानों को उनकी मेहनत के बेहतर मुआवजे की उम्मीद है।
झांसी को विश्व बैंक ने “यूपी एग्री” योजना के तहत मूंगफली क्लस्टर के रूप में विकसित करने की योजना बनाई है। इससे मूंगफली की खेती करने वाले किसानों के मुनाफे में इजाफा होगा। जानकारों का मानना है कि झांसी की मूंगफली का निर्यात विदेशी बाजारों में होगा, जिससे भारत को विदेशी मुद्रा मिलेगी। मूंगफली के दानों के अलावा, मूंगफली के छिलके का भी उपयोग ईंधन के रूप में होता है, और यह विदेशी कंपनियों द्वारा खरीदा जा सकता है, जिससे किसानों को अतिरिक्त आय हो सकती है।
उपायुक्त उद्योग मनीष तिवारी ने जानकारी दी कि प्रदेश सरकार ने स्थानीय उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के उद्देश्य से ओडीओपी योजना की शुरुआत की थी। इस योजना से सॉफ्ट टॉय और टेरीकॉट के व्यापारियों को काफी लाभ हुआ है। अब मूंगफली को भी ओडीओपी की सूची में शामिल किया जा रहा है, जिससे किसानों को बड़ा फायदा होगा।