झांसी न्यूज डेस्क: झांसी जिले के बंगरा ब्लॉक के कंपोजिट विद्यालय बसारी में सहायक अध्यापिका की भारी लापरवाही सामने आई। औचक निरीक्षण के दौरान दीप्ति पाल मोबाइल में व्यस्त मिलीं और बच्चे बिना पढ़ाई किए आपस में बातें करते रहे। ब्लैक बोर्ड खाली था और जब बच्चों से पढ़ने को कहा गया तो वे साधारण हिंदी तक नहीं पढ़ पाए। इस गंभीर लापरवाही के चलते बीएसए विपुल सिंह सागर ने तत्काल प्रभाव से सहायक अध्यापिका को निलंबित कर दिया।
जांच रिपोर्ट में कई खामियां उजागर हुईं—शिक्षक डायरी एक माह से नहीं भरी गई थी, बच्चों की कॉपियां जांची नहीं गईं, होमवर्क नहीं दिया गया और निपुण ऐप डाउनलोड तक नहीं किया गया था। साथ ही टीएलएम फंड के दुरुपयोग की आशंका भी जताई गई। ग्रामवासियों ने भी आरोप लगाया कि अध्यापिका अक्सर कक्षा में मोबाइल में व्यस्त रहती हैं या सोती रहती हैं, जिससे बच्चों की पढ़ाई पूरी तरह प्रभावित हो रही है।
बीएसए का कहना है कि कक्षा में मोबाइल का इस्तेमाल, ब्लैक बोर्ड खाली रखना और बच्चों को शिक्षण माहौल न देना शिक्षा व्यवस्था की गंभीर लापरवाही है। इसी कारण तत्काल निलंबन की कार्रवाई की गई है और मामले की आगे भी जांच होगी। यदि टीएलएम फंड के दुरुपयोग की पुष्टि हुई तो वित्तीय अनियमितताओं पर भी कड़ी कार्रवाई होगी।
यह घटना न केवल शिक्षक की लापरवाही को उजागर करती है बल्कि प्राथमिक शिक्षा की गुणवत्ता और निपुण भारत मिशन की सफलता पर भी सवाल खड़े करती है। शिक्षा विभाग ने साफ संकेत दिया है कि अब विद्यालयों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी और औचक निरीक्षण लगातार जारी रहेंगे।