झांसी न्यूज डेस्क: यूपी सरकार की एडॉप्ट ए हेरिटेज योजना के अंतर्गत झांसी का बरुआसागर किला अब हेरिटेज होटल में तब्दील होने जा रहा है। डेस्टिनेशन वेडिंग जैसी सुविधाओं के साथ, यह किला पर्यटकों को आकर्षित करेगा। नीमराना होटल समूह को किले का विकास करने के लिए चुना गया है, और कैबिनेट की मंजूरी मिलते ही काम शुरू होगा। इससे न सिर्फ पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा बल्कि स्थानीय लोगों को भी रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। इस किले का ऐतिहासिक महत्व रानी लक्ष्मीबाई के समर पैलेस के रूप में है।
बरुआसागर किले को अपनाने के लिए कई प्रमुख होटल समूहों ने अपने प्रस्ताव दिए थे, जिनमें से पर्यटन विभाग ने नीमराना होटल्स के प्रस्ताव को अंतिम रूप दिया है। किले के मूल स्वरूप को बरकरार रखते हुए यहां पर्यटन से जुड़ी सुविधाओं का विकास किया जाएगा। विकासकर्ता कंपनी इस प्रोजेक्ट पर करीब 100 करोड़ रुपये खर्च करेगी। सरकार की शर्त है कि 25% रोजगार स्थानीय लोगों को मिलेगा और विकासकर्ता कंपनी आस-पास के गांवों को गोद लेकर उनके विकास का भी काम करेगी।
पर्यटकों को लुभाने के लिए बरुआसागर किले में हेरिटेज होटल, हेरिटेज रेस्टोरेंट, थीमेटिक पार्क और डेस्टिनेशन वेडिंग जैसी सुविधाओं का विकास किया जाएगा। इसके साथ ही, यहां बुंदेलखंड की समृद्ध संस्कृति, खान-पान, कला, पारंपरिक पोशाक और सांस्कृतिक गतिविधियों का प्रदर्शन होगा। इससे देशी और विदेशी पर्यटकों को न केवल बुंदेलखंड की संस्कृति को करीब से देखने का मौका मिलेगा, बल्कि यहां के प्राकृतिक सौंदर्य का भी आनंद लेने का अवसर मिलेगा। किले के पास स्थित प्रसिद्ध झरना भी इस पर्यटन स्थल की विशेषता है, जो लोगों का ध्यान खींचने में सहायक होगा।
कीर्ति, जो झांसी की क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी हैं, ने कहा कि बरुआसागर किले का पुरातात्विक और ऐतिहासिक महत्व है, और इसे एडॉप्ट करने के लिए विकासकर्ता कंपनी चुन ली गई है। सरकार की मंजूरी मिलते ही किले के विकास का कार्य आरंभ हो जाएगा, जिससे क्षेत्र में पर्यटन के साथ-साथ ग्रामीण विकास और स्थानीय रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।