झांसी न्यूज डेस्क: झांसी के बुंदेलखंड क्षेत्र में जहां गर्मियों में पानी की भारी किल्लत रहती है, वहीं इन दिनों कुछ गांवों में नजारा बिल्कुल अलग है। यहां के नलों से बिना हैंडपंप चलाए ही पानी बह रहा है। ग्रामीणों के मुताबिक, इस तरह पानी बहते देख पहले तो उन्हें भी हैरानी हुई, क्योंकि यहां तो हर साल लोग बूंद-बूंद पानी के लिए तरसते हैं। यह स्थिति उन लोगों के लिए और भी अजीब है जो बाहर से गांव में आते हैं और यह नजारा देखते हैं।
स्थानीय लोग बताते हैं कि गर्मियों में इस इलाके में जलसंकट इतना बढ़ जाता है कि हैंडपंप से भी पानी निकालना मुश्किल हो जाता है। महिलाओं को कई किलोमीटर दूर से पानी लाना पड़ता है। लेकिन इस बार गांव के नलों से खुद-ब-खुद पानी बहना लोगों को सुखद आश्चर्य दे रहा है। बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं बिना मेहनत के पानी भर पा रहे हैं, जो यहां एक अनोखा अनुभव है।
दरअसल, यह कोई चमत्कार नहीं है बल्कि इसके पीछे तकनीकी वजह है। पानी की सप्लाई लाइन में दबाव बढ़ जाने से नलों से लगातार पानी निकल रहा है। जल विभाग के अधिकारियों का कहना है कि पाइपलाइन में पानी का प्रवाह अधिक होने से यह स्थिति बन गई है। हालांकि, इससे पानी की बर्बादी भी हो रही है, जिसे रोकने के लिए विभाग ने मरम्मत कार्य शुरू कर दिया है।
ग्रामीण चाहते हैं कि इस व्यवस्था को नियंत्रित किया जाए ताकि पानी की अनावश्यक बर्बादी न हो। वे मानते हैं कि अगर इस तरह का पानी का प्रबंध साल भर चलता रहे, तो बुंदेलखंड के लोगों को जलसंकट से बड़ी राहत मिल सकती है। फिलहाल, गांव के लोग इस अनोखी स्थिति का लाभ उठा रहे हैं और बिना हैंडपंप के पानी मिलने का आनंद ले रहे हैं।