झांसी न्यूज डेस्क: पहाड़ों से आई बर्फीली हवाओं ने झांसी में कड़ाके की ठंड बढ़ा दी है। रविवार को घने कोहरे और ठंडी हवाओं के कारण जनजीवन प्रभावित रहा। सुबह से दोपहर तक धूप और बादलों की आंख-मिचौनी चलती रही, लेकिन ठंडी हवाओं के कारण धूप का असर नहीं दिखा। ठंड के कारण लोग घरों में दुबके रहे, और बाजारों में भी सन्नाटा छाया रहा।
रविवार को ठंड का असर स्वास्थ्य पर भी दिखा, जब 13 लोगों को दिल का दौरा पड़ा। इनमें से एक मरीज की मौत हो गई। सरकारी और निजी अस्पतालों में इन मरीजों का इलाज जारी है। मेडिकल कॉलेज के सीएमएस डॉ. सचिन माहुर ने बताया कि अस्पताल में भर्ती मरीजों में 36 वर्षीय महेंद्र समेत कई लोग शामिल हैं। निजी अस्पताल के डॉक्टर प्रकाश कुमार ने बताया कि उनके यहां भी तीन मरीज भर्ती हुए हैं, जिनमें से एक 27 वर्षीय युवक लंबे समय से सिगरेट पीने का आदी था।
हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. निर्देश जैन ने कहा कि उनके अस्पताल में छह मरीज दिल के दौरे के कारण भर्ती हुए हैं। इनमें चतुर्भुज नामक मरीज की नर्सिंग होम में इलाज के दौरान मौत हो गई। डॉक्टरों ने ठंड में विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी है। उन्होंने बताया कि ठंड के कारण नसें सिकुड़ने से ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है, जिससे रक्त का थक्का जमने और हार्ट अटैक की आशंका बढ़ जाती है।
शनिवार रात से झांसी में घना कोहरा छाया हुआ है। रविवार सुबह भी कोहरे के साथ शुरू हुई। सुबह करीब साढ़े आठ बजे कोहरा हल्का हुआ और दोपहर 12 बजे थोड़ी देर के लिए हल्की धूप निकली। हालांकि, ठंडी हवाओं के कारण इसका असर महसूस नहीं हुआ। मौसम वैज्ञानिक डॉ. आदित्य कुमार सिंह ने बताया कि सोमवार को भी घने कोहरे की संभावना है और दृश्यता 20 मीटर तक सीमित रह सकती है। 11 जनवरी को हल्की बूंदाबांदी होने की भी संभावना है।
कड़ाके की ठंड से बचने के लिए लोग घरों में हीटर और ब्लोअर का सहारा लेते रहे। सड़कों पर जगह-जगह अलाव जलते हुए नजर आए। रविवार को छुट्टी का दिन होने के बावजूद बाजारों और मुख्य मार्गों पर भीड़ नदारद रही। ठंड के कारण लोग घरों में ही रहने को मजबूर हुए।
डॉक्टरों ने लोगों को सलाह दी है कि खासतौर पर सुबह और शाम के समय ठंड से बचाव करें। दिल की बीमारियों से जूझ रहे लोग विशेष सावधानी बरतें। साथ ही, सिगरेट और शराब जैसी आदतों से दूर रहें, क्योंकि ये ठंड के दौरान दिल पर बुरा असर डाल सकती हैं। ठंड के इस मौसम में गर्म कपड़ों और पौष्टिक आहार पर ध्यान देने की आवश्यकता है।