मुंबई, 12 अप्रैल, (न्यूज़ हेल्पलाइन) विटामिन बी12 शरीर के स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती को बनाए रखने के लिए बहुत ज़रूरी है। यह विटामिन लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन, डीएनए के संश्लेषण और तंत्रिका तंत्र के कामकाज में सहायता करता है। इसके अतिरिक्त, यह ऊर्जा उत्पादन को बढ़ाता है। विटामिन बी12 की कमी से एनीमिया, थकान, खराब याददाश्त, हाथ-पैरों में झुनझुनी और मूड से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं।
विटामिन बी12 के स्रोत
शाकाहारियों में विटामिन बी12 की कमी ज़्यादा आम है, क्योंकि यह विटामिन मुख्य रूप से मांस, अंडे और डेयरी उत्पादों में पाया जाता है। कुछ लोगों का मानना है कि जीरा विटामिन बी12 का अच्छा स्रोत है। लेकिन क्या यह सच में ऐसा है?
नोएडा में डाइट मंत्रा क्लिनिक की डाइटिशियन कामिनी सिन्हा के अनुसार, जीरे में विटामिन और मिनरल सहित कई पोषक तत्व होते हैं और यह कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है। हालाँकि इसमें विटामिन बी12 होता है, लेकिन शोध बताते हैं कि इसकी मात्रा बहुत कम है, जिससे विटामिन बी12 की कमी को दूर करने के लिए सिर्फ़ जीरे पर निर्भर रहना मुश्किल हो जाता है।
विटामिन बी12 के शाकाहारी स्रोत
मांसाहारी खाद्य पदार्थों में विटामिन बी12 की मात्रा अधिक होती है, लेकिन कुछ शाकाहारी विकल्पों में फोर्टिफाइड विटामिन बी12 भी होता है जैसे फोर्टिफाइड सोया, बादाम, ओट मिल्क और फोर्टिफाइड अनाज, ये अच्छे स्रोत हैं।
विटामिन बी12 की कमी को दूर करने के लिए शाकाहारी लोग फोर्टिफाइड शाकाहारी खाद्य पदार्थ, दूध, दही, पनीर और अन्य डेयरी उत्पादों का सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा, सप्लीमेंट लेने के बारे में डॉक्टर से सलाह लेने से विटामिन बी12 की कमी को रोकने में मदद मिल सकती है।
विटामिन बी12 शरीर के लिए आवश्यक है और इसके महत्व की अनदेखी करने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों तरह की समस्याएं हो सकती हैं। समग्र स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए किसी भी कमी को तुरंत दूर करना महत्वपूर्ण है।