मुंबई, 24 दिसंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन) शरीर का स्वास्थ्य काफी हद तक खानपान और जीवनशैली पर निर्भर करता है। आज के बदलते दौर में वयस्क ही नहीं बल्कि बच्चे भी कई तरह की बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। कम उम्र में ही अपच, लीवर की कमजोरी और पेट से जुड़ी अन्य समस्याएं तेजी से गंभीर और आम होती जा रही हैं।
राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय नगर बलिया में सात साल के अनुभव (मेडिसिन में एमडी और पीएचडी) वाली चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रियंका सिंह बताती हैं कि लीवर, जिसे आयुर्वेद में 'यकृत' भी कहा जाता है, समग्र स्वास्थ्य को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
लीवर को स्वस्थ रखने का सबसे अच्छा तरीका बेहतर जीवनशैली अपनाना है। इसके लिए रोजाना 8 से 10 गिलास गुनगुना पानी पिएं, सलाद खाएं, मौसमी फलों का सेवन करें और ठंड के मौसम में अपने आहार में बाजरा, मक्का और साबुत दाल जैसे मोटे अनाज को शामिल करें। इससे लीवर न सिर्फ बीमारियों से बचा रहता है बल्कि मजबूत भी होता है। वह लीवर को स्वस्थ रखने और बीमारियों से बचाने के लिए कुछ आयुर्वेदिक उपाय भी बताती हैं।
लिवर को मजबूत बनाने के आयुर्वेदिक तरीके
भुई आंवला और पुनर्नवा:
अगर आपको लिवर से जुड़ी कोई समस्या है, तो आयुर्वेद में भुई आंवला और पुनर्नवा को बेहद कारगर उपाय माना गया है। आप भुई आंवला के पंचांग (पत्ते, तना, जड़, फल और फूल) से रस निकाल सकते हैं या काढ़ा बना सकते हैं। करीब 8 से 10 मिली लीटर पीने से असरदार नतीजे मिलते हैं।
त्रिफला जल:
त्रिफला चूर्ण को रात भर गुनगुने पानी में भिगो दें, सुबह छान लें और पानी पी लें। यह प्राकृतिक लिवर टॉनिक का काम करता है।
आंवला:
आंवला या भारतीय करौदा, जो अपने मौसम में प्रचुर मात्रा में मिलता है, लिवर के लिए चमत्कारी भोजन माना जाता है। आंवला का नियमित सेवन लिवर की सुरक्षा और मजबूती में मदद करता है।
कुटकी काढ़ा:
कुटकी, एक आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है, जो लिवर के स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद है। नीम के पत्ते, त्रिफला चूर्ण और मेथी के बीज के चूर्ण को उबालकर काढ़ा बना लें और सुबह खाली पेट चाय की तरह पिएं। इससे लीवर मजबूत और स्वस्थ बना रहेगा।
फास्ट फूड से बचें:
फास्ट फूड और अन्य अस्वास्थ्यकर आहार आदतों से दूर रहना बहुत जरूरी है जो लीवर के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकती हैं।