मुंबई, 16 जुलाई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) के निर्देश पर देशभर में आयकर विभाग की बड़ी कार्रवाई देखने को मिली। सोमवार 14 जुलाई को शुरू हुई इस तलाशी अभियान के तहत करीब 150 स्थानों पर छापेमारी की गई। जांच के दायरे में दो राजनीतिक पार्टियों के ठिकाने भी आ गए हैं। राजस्थान, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में इन दोनों पार्टियों के 10 ठिकानों पर आयकर विभाग की अन्वेषण शाखा ने रेड की। राजस्थान के भीलवाड़ा सहित महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश के कई ठिकानों पर एक साथ कार्रवाई की गई। इनकम टैक्स विभाग को पिछले तीन साल में 500 करोड़ रुपए के बोगस चंदे और कमिशन की फर्जी लेन-देन का सुराग मिला है। जांच में यह बात सामने आई है कि राजनीतिक चंदे की आड़ में नकद लेन-देन कर कर बचाने का संगठित तंत्र काम कर रहा था।
महाराष्ट्र की "युवा भारत आत्मनिर्भर दल" और मध्यप्रदेश की "भारतीय सामाजिक पार्टी" की भूमिका इस मामले में संदिग्ध पाई गई है। दोनों पार्टियों पर आरोप है कि उन्होंने राजनीतिक चंदे को पार्टी गतिविधियों में उपयोग करने के बजाय, कमीशन पर बोगस डोनेशन लिया और फिर नकद में वापस लौटा दिया। दोनों पार्टियों से जुड़ी फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन्स की जांच कर विभाग अब उन लोगों पर शिकंजा कस रहा है जिन्होंने बोगस डोनेशन का लाभ लिया। इनकम टैक्स विभाग की कार्रवाई में यह भी सामने आया है कि बड़ी संख्या में फर्जी मेडिकल बिल, ट्यूशन फीस, मकान किराया आदि के नाम पर कर में छूट ली जा रही थी। इस पूरे फर्जीवाड़े में सीए, टैक्स कंसल्टेंट और अन्य निजी एजेंसियों की संलिप्तता भी पाई गई है। जांच एजेंसियों ने ऐसे तमाम लोगों को कार्रवाई की जद में लिया है। विभाग अब अगली कार्रवाई उन आयकरदाताओं पर करने जा रहा है जिन्होंने फर्जी चंदा देकर टैक्स छूट ली थी। इस पूरे घोटाले की परतें धीरे-धीरे खुल रही हैं और इनकम टैक्स विभाग डिजिटल दस्तावेजों और जब्त सामग्री की गहन जांच में जुटा है।