आपकी जानकारी के लिए बता दें कि क्या अब बीएससी नर्सिंग के उम्मीदवारों को एमबीबीएस डिग्री वाले जूनियर डॉक्टरों के समकक्ष माना जाएगा? कम से कम कुछ सोशल मीडिया यूजर्स तो यही दावा कर रहे हैं।कई लोगों ने भारतीय नर्सिंग परिषद द्वारा जारी अधिसूचना की तरह दिखने वाली एक तस्वीर साझा की। इसमें कहा गया है कि सभी बीएससी नर्सिंग उम्मीदवारों को अब "नर्सिंग ऑफिसर" कहा जाएगा और नर्सिंग उम्मीदवारों का काम एमबीबीएस उम्मीदवारों के लगभग बराबर माना जाएगा। ऐसे ही एक दावे का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है।इंडिया टुडे ने पाया कि वायरल नोटिस फर्जी था। इंडियन नर्सिंग काउंसिल ने ऐसा कोई नोटिस जारी नहीं किया।
फर्जी नोटिस
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हमें स्वास्थ्य मंत्रालय का एक ट्वीट मिला, जिसमें वायरल नोटिस को फर्जी बताया गया था और लोगों से इसे साझा करने से परहेज करने का अनुरोध किया गया था।हमने इंडियन नर्सिंग काउंसिल की ऑफिशियल वेबसाइट को भी खंगाला लेकिन हमें ऐसी कोई जानकारी नहीं मिली.इसके विपरीत, हमें 8 जून का एक नोटिस मिला, जिसमें वायरल नोटिफिकेशन को "फर्जी और मनगढ़ंत" बताया गया था। इसने कहा कि दस्तावेज़ में "नकली हस्ताक्षर" थे और इस तरह की अधिसूचना पर "परिषद द्वारा कभी विचार नहीं किया गया था और न ही जारी किया गया था।आपको बता दें कि सभी संबंधितों को सलाह दी जाती है कि उपरोक्त फर्जी और मनगढ़ंत अधिसूचना को नजरअंदाज करें और सोशल मीडिया हलकों / अन्य प्लेटफार्मों में उपरोक्त फर्जी अधिसूचना को प्रसारित करने या नोटिस लेने से बचें।
इंडियन नर्सिंग काउंसिल ने कहा कि वह इस फर्जी अधिसूचना को प्रसारित करने में शामिल व्यक्तियों की पहचान करने और उन्हें दंडित करने के लिए कदम उठाने पर विचार कर रही है।इसके आगे आपको बता दें कि कुछ नर्सों को अभी भी 'नर्सिंग अधिकारी' कहा जा सकता हैस्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की केंद्र सरकार स्वास्थ्य योजना (सीजीएचएस) ने 2017 में एक सर्कुलर जारी किया था जिसमें कहा गया था कि सभी स्टाफ नर्सों को नर्सिंग ऑफिसर और नर्सिंग बहनों को सीनियर नर्सिंग ऑफिसर कहा जाना चाहिए।डेक्कन हेराल्ड की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कर्नाटक सरकार ने भी नर्सों का नाम बदलकर नर्सिंग ऑफिसर करने का आदेश जारी किया था। रिपोर्ट के अनुसार, नामकरण में इस बदलाव का मतलब ग्रेड या वेतन में बदलाव नहीं है।