जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। दोनों देशों की सैन्य शक्तियों को लेकर भी इन दिनों खूब चर्चा हो रही है, खासकर वायुसेना के संदर्भ में। ग्लोबल फायर पावर 2025 की रिपोर्ट में दोनों देशों की वायुसेना की स्थिति को लेकर विस्तृत जानकारी दी गई है, और यह जानना दिलचस्प है कि यदि युद्ध की स्थिति उत्पन्न होती है तो दोनों देश एक-दूसरे का मुकाबला कैसे करेंगे।
दुनिया की सबसे शक्तिशाली वायुसेना
ग्लोबल फायर पावर के अनुसार, दुनिया की सबसे शक्तिशाली वायुसेना संयुक्त राज्य अमेरिका के पास है। अमेरिका की वायुसेना अत्याधुनिक तकनीक से लैस विमानों और सैन्य उपकरणों से सुसज्जित है। अमेरिका के पास कुल 14,486 मिलिट्री एयरक्राफ्ट हैं, जिनमें से 5,057 एयरफोर्स के पास हैं, 5,714 आर्मी के पास और 2,438 नौसेना के पास हैं। इसके अतिरिक्त, मरीन और अन्य फोर्स भी 1,277 एयरक्राफ्ट का इस्तेमाल करती हैं। इस विशाल बेड़े के कारण अमेरिका की वायुसेना दुनिया की सबसे ताकतवर मानी जाती है, जो किसी भी संभावित संघर्ष में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
रूस की वायुसेना
अमेरिका के बाद रूस की वायुसेना का स्थान है, जो दुनिया की दूसरी सबसे शक्तिशाली वायुसेना मानी जाती है। रूस के पास कुल 4,292 एयरक्राफ्ट हैं, जिनमें से 3,908 एयरफोर्स के पास हैं और 303 एयरक्राफ्ट नौसेना के पास हैं। रूस की वायुसेना भी उच्च तकनीकी क्षमता और आधुनिक विमानों से सुसज्जित है, जो उसे किसी भी बड़े युद्ध में प्रभावी बनाता है।
चीन की वायुसेना
अमेरिका और रूस के बाद चीन की वायुसेना तीसरे स्थान पर है। चीन के पास 3,304 एयरक्राफ्ट हैं, जिनमें से 2,010 एयरफोर्स के पास, 859 आर्मी के पास और 435 नेवी के पास हैं। चीन की वायुसेना में लगातार सुधार हो रहे हैं और उसकी क्षमता बढ़ती जा रही है, जिससे वह एशिया में एक प्रमुख ताकत बन चुका है।
भारत की वायुसेना
भारत की वायुसेना दुनिया की सबसे शक्तिशाली वायुसेनाओं में से एक मानी जाती है और उसका स्थान 4th या 5th के आसपास है। भारत के पास करीब 2,000 से अधिक एयरक्राफ्ट हैं, जिनमें से अधिकांश एयरफोर्स के पास हैं। भारत की वायुसेना का प्रमुख ताकतवर क्षेत्र उसकी उच्च तकनीकी क्षमता और सक्षम पायलट हैं। भारत के पास तेजस, सुखोई-30, राफेल और मिग-29 जैसे अत्याधुनिक विमानों का बेड़ा है। भारतीय वायुसेना ने अपनी आक्रामक क्षमता और सामरिक उन्नति के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, जो किसी भी सैन्य संघर्ष में निर्णायक साबित हो सकते हैं।
पाकिस्तान की वायुसेना
पाकिस्तान की वायुसेना भारतीय वायुसेना के मुकाबले कुछ पीछे है। पाकिस्तान के पास लगभग 1,000 से ज्यादा एयरक्राफ्ट हैं, जिनमें F-16 और जेएफ-17 जैसे प्रमुख विमान शामिल हैं। पाकिस्तान की वायुसेना की ताकत भी बढ़ रही है, लेकिन भारतीय वायुसेना के मुकाबले उसकी स्थिति तुलनात्मक रूप से कमजोर है।
क्या युद्ध के हालात में दोनों देश एक-दूसरे से टक्कर ले पाएंगे?
अगर आज दोनों देशों के बीच युद्ध की स्थिति बनती है, तो भारत की वायुसेना पाकिस्तानी वायुसेना पर भारी पड़ सकती है। भारत के पास अधिक संख्या में अत्याधुनिक विमानों का बेड़ा है और उसकी वायुसेना की युद्ध की रणनीति भी बेहतर है। पाकिस्तान की वायुसेना के पास आधुनिक विमानों की कमी है और उसकी सैन्य क्षमता भारतीय वायुसेना से बहुत पीछे है।
इसलिए, यदि युद्ध छिड़ता है, तो भारतीय वायुसेना की तकनीकी श्रेष्ठता, बेड़े की संख्या और सैन्य क्षमता पाकिस्तान के मुकाबले काफी अधिक होगी। हालांकि, पाकिस्तान भी अपनी सीमा पर सक्रिय है और संघर्ष की स्थिति में अपनी पूरी शक्ति से मुकाबला करने का प्रयास करेगा, लेकिन भारत की वायुसेना के सामने उसकी संभावना बहुत कम है।