आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के दौरान क्रिकेट जगत को एक बड़ा झटका लगा है। दक्षिण अफ्रीका के महान क्रिकेटर रॉन ड्रेपर के निधन से क्रिकेट समुदाय में शोक की लहर दौड़ गई है। 98 वर्षीय रॉन ड्रेपर, जो टेस्ट क्रिकेट के सबसे उम्रदराज खिलाड़ी थे, ने अपनी अंतिम सांस ली। ड्रेपर दक्षिण अफ्रीकी टीम के लिए विकेटकीपर होने के साथ-साथ एक शानदार सलामी बल्लेबाज भी रहे।
रॉन ड्रेपर: सबसे उम्रदराज टेस्ट क्रिकेटर
दक्षिण अफ्रीका के दिग्गज क्रिकेटर रॉन ड्रेपर का 98 वर्ष और 63 दिन की उम्र में गाकेबारा में निधन हो गया। उनके परिवार ने इस दुखद समाचार की घोषणा की। ड्रेपर ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में 1950 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दक्षिण अफ्रीका के लिए दो टेस्ट मैच खेले थे।
उनके निधन के बाद, अब दक्षिण अफ्रीका के नील हार्वे सबसे उम्रदराज जीवित टेस्ट क्रिकेटर बन गए हैं। इससे पहले, दक्षिण अफ्रीका के नॉर्मन गॉर्डन, जिन्होंने 103 वर्ष की उम्र में दुनिया को अलविदा कहा, टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सबसे अधिक उम्र तक जीवित रहने वाले खिलाड़ी थे। इसी तरह, जॉन वॉटकिंस का भी 98 वर्ष की उम्र में 2021 में निधन हो गया था।
क्रिकेट करियर और योगदान
रॉन ड्रेपर का जन्म 24 दिसंबर 1926 को हुआ था। जब 1949-50 में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने दक्षिण अफ्रीका का दौरा किया, तो ड्रेपर ने प्रोविडेंस टीम के लिए बेहतरीन प्रदर्शन किया। इसके चलते उन्हें राष्ट्रीय टीम में जगह मिली। हालांकि, टेस्ट क्रिकेट में उनका प्रदर्शन खास नहीं रहा और उन्होंने सिर्फ 3 पारियों में 25 रन बनाए।
हालांकि, प्रथम श्रेणी क्रिकेट में ड्रेपर ने अपनी छाप छोड़ी थी। विकेटकीपर और सलामी बल्लेबाज के रूप में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा।
ड्रेपर के निधन से क्रिकेट जगत में शोक
रॉन ड्रेपर का मंगलवार को उनके सेवानिवृत्ति गृह में निधन हो गया। उनके दामाद नील थॉमसन ने शुक्रवार को उनके निधन की पुष्टि की। क्रिकेट जगत के कई दिग्गजों और उनके प्रशंसकों ने सोशल मीडिया पर शोक संदेश साझा किए। दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट बोर्ड ने भी रॉन ड्रेपर को श्रद्धांजलि दी और उन्हें क्रिकेट इतिहास में उनके योगदान के लिए याद किया।
निष्कर्ष
रॉन ड्रेपर के निधन से क्रिकेट जगत को एक बड़ी क्षति हुई है। वे न केवल दक्षिण अफ्रीका बल्कि पूरे क्रिकेट समुदाय के लिए प्रेरणा थे। उनकी खेल भावना, विकेटकीपिंग कौशल और बल्लेबाजी योगदान हमेशा याद किए जाएंगे। उनका क्रिकेट करियर भले ही छोटा रहा हो, लेकिन उनकी यादें हमेशा जीवंत रहेंगी। क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में वे हमेशा अमर रहेंगे।