झांसी न्यूज डेस्क: झांसी में अचानक बदले मौसम ने दो परिवारों से उनके अपने छीन लिए। पूंछ थाना क्षेत्र के बाबई गांव में आकाशीय बिजली गिरने से खेत में आग लग गई, जिसमें 75 वर्षीय रघुवर कुशवाहा जिंदा जल गए। रघुवर, जो पीडब्ल्यूडी विभाग से सेवानिवृत्त कर्मचारी थे, सोमवार को भैंसें चराने खेत पर गए थे। जैसे ही मौसम बिगड़ा, वे भैंसों को घर वापस ला रहे थे कि तभी तेज बिजली गिरने से खेत की पराली में आग लग गई। आग ने तेजी से रघुवर को अपनी चपेट में ले लिया और वे गंभीर रूप से झुलस गए। उन्हें तुरंत मोंठ सीएचसी और फिर झांसी मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी जान नहीं बचाई जा सकी।
इसी घटना में पास के खेत में मौजूद लालजी नाम के व्यक्ति ने नहर में कूदकर किसी तरह अपनी जान बचाई, लेकिन उसकी दो भैंसें आग में झुलस गईं। ये हादसा इतना अचानक था कि किसी को संभलने का मौका नहीं मिला। रघुवर अपने पीछे तीन बेटे छोड़ गए हैं, जिनकी शादियां हो चुकी हैं।
वहीं, बबीना थाना क्षेत्र के नोहरा गांव में भी एक दर्दनाक हादसा हुआ। 75 वर्षीय किसान बृगभान राजपूत अपने खेत में बाजरा की रखवाली कर रहे थे कि तभी अचानक आई तेज आंधी में एक पेड़ उन पर गिर गया। गंभीर चोट लगने के बाद परिजन उन्हें बबीना सीएचसी और फिर झांसी मेडिकल कॉलेज ले गए, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। घटना के वक्त बृगभान की बेटी जयंती भी खेत में थी और उन्हीं की चीख-पुकार से घरवालों को जानकारी मिल सकी।
बृगभान की पत्नी का देहांत पहले ही हो चुका था और उनकी एकमात्र बेटी जयंती अपने पति के साथ पिता के पास ही रह रही थी। अब अचानक इस हादसे ने जयंती को बेसहारा कर दिया। झांसी पुलिस ने दोनों घटनाओं का पंचनामा भरकर शवों का पोस्टमॉर्टम करवाया है। लगातार बदलते मौसम के बीच प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की अपील की है।