झांसी न्यूज डेस्क: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन का कार्य तेजी से जारी है। बीते दो दिनों में कुल 37,354 कॉपियों की जांच की जा चुकी है, लेकिन मूल्यांकन केंद्रों पर परीक्षकों की अनुपस्थिति अब भी चिंता का विषय बनी हुई है। बृहस्पतिवार को मूल्यांकन के लिए नियुक्त 1,266 परीक्षकों में से 852 ही उपस्थित रहे, यानी 32% परीक्षक अनुपस्थित थे। वहीं, अब भी 38,000 से अधिक कॉपियां मूल्यांकन केंद्रों तक पहुंचनी बाकी हैं।
इस बार यूपी बोर्ड की परीक्षाएं 24 फरवरी से शुरू हुई थीं और 12 मार्च को संपन्न हुईं। इसके बाद 19 मार्च से जिले के तीन केंद्रों पर कॉपियों की जांच का कार्य शुरू हुआ। राजकीय इंटर कॉलेज (जीआईसी) में 12वीं की, जबकि सूरज प्रसाद राजकीय बालिका इंटर कॉलेज और हाफिज सिद्दीक नेशनल इंटर कॉलेज में 10वीं की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन हो रहा है। बृहस्पतिवार को जीआईसी में 269 परीक्षकों ने 15,251 कॉपियों की जांच की, जबकि बालिका इंटर कॉलेज में 265 परीक्षकों ने 6,206 कॉपियां जांचीं। वहीं, हाफिज सिद्दीक नेशनल इंटर कॉलेज में 318 परीक्षकों ने 15,897 उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन किया।
डायट इंस्पेक्टर ऑफ स्कूल्स (डीआईओएस) रति वर्मा के अनुसार, जिले में तीनों केंद्रों पर कुल 2,02,874 उत्तर पुस्तिकाओं की जांच होनी है। अब तक 1,64,502 उत्तर पुस्तिकाएं केंद्रों पर पहुंच चुकी हैं। जीआईसी में 67,286 में से 55,897 कॉपियां आ चुकी हैं, जबकि सूरज प्रसाद राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में हाईस्कूल की 50,044 में से 29,829 कॉपियां पहुंची हैं। हाफिज सिद्दीक नेशनल इंटर कॉलेज में हाईस्कूल की 85,004 में से 78,776 उत्तर पुस्तिकाएं पहुंच चुकी हैं।
मूल्यांकन कार्य को 2 अप्रैल तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। हालांकि, परीक्षकों की अनुपस्थिति और उत्तर पुस्तिकाओं के देर से पहुंचने की वजह से कार्य प्रभावित हो सकता है। प्रशासन द्वारा मूल्यांकन को समय पर पूरा करने के लिए अतिरिक्त परीक्षकों की तैनाती और सख्ती से अनुपस्थित परीक्षकों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए जा सकते हैं।