झांसी न्यूज डेस्क: 15वीं हॉकी इंडिया सीनियर नेशनल चैंपियनशिप में उत्तर प्रदेश की ओर से खेलने पहुंचे ओलंपियन राजकुमार पाल का मानना है कि विदेशी कोचों की वजह से भारतीय हॉकी की शैली में काफी बदलाव आया है। उन्होंने कहा कि आज के दौर में तेज़ और रणनीतिक हॉकी का चलन है, जिसमें खेलने की स्टाइल सबसे अहम हो गई है। विदेशी कोच खिलाड़ियों को उसी हिसाब से तैयार कर रहे हैं, जिससे भारत की टीम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी बेहतर प्रदर्शन कर सके।
राजकुमार ने बताया कि मेजबान होने के नाते उत्तर प्रदेश पर किसी तरह का दबाव नहीं है। बीते साल यूपी की टीम ने तीसरा स्थान हासिल किया था और इस बार खिलाड़ियों को अपने स्वाभाविक खेल पर फोकस करने की छूट दी गई है। उन्होंने कहा कि अब हर मुकाबला फाइनल की तरह होता है और खिलाड़ियों को उसी स्तर की तैयारी करनी होती है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में अब हॉकी का क्रेज बढ़ता जा रहा है और यहां से कई नई प्रतिभाएं सामने आ रही हैं। हालांकि फिलहाल भारतीय टीम में यूपी के खिलाड़ियों की संख्या कम है, लेकिन भविष्य में इसमें बढ़ोतरी निश्चित है। राजकुमार ने कहा कि भारतीय हॉकी इस समय अपने सुनहरे दौर में है और ध्यानचंद जैसे महान खिलाड़ी की धरती पर खेलना गर्व की बात है। उन्होंने टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली टीम का हिस्सा बनना अपने करियर का खास पल बताया।