झांसी न्यूज डेस्क: उल्दन थाना क्षेत्र के मगरवारा गांव में बुधवार को भयंकर आग लग गई, जिसने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया। खेतों में पड़ी पराली से शुरू हुई आग ने कुछ ही समय में कई खेतों को अपनी चपेट में ले लिया। तेज गर्मी और लू जैसी स्थिति ने आग को और भड़काने का काम किया। दोपहर के समय उठती लपटों और धुएं ने इलाके को दहला दिया। आग इतनी तेजी से फैली कि शाम होते-होते यह तीन किलोमीटर दूर बंगरा तक पहुंच गई, जिससे गांव के कच्चे मकान, पेड़-पौधे, फसलें और बाग-बगिचे जलकर राख हो गए।
तेज हवा और खेतों में पड़े भूसे के कारण आग पर काबू पाना बेहद मुश्किल हो गया। ग्रामीणों ने अपने स्तर पर आग बुझाने की भरपूर कोशिश की, लेकिन लपटें इतनी तेज थीं कि पास जाना भी खतरे से खाली नहीं था। गैराहा गांव में नरेंद्र सिंह के खेत और बाग में भी आग फैल गई, जिसमें कई प्रकार के फलदार और छायादार पेड़ जैसे अमरूद, नीम, आम, कटहल, सागौन आदि जलकर नष्ट हो गए। स्थानीय ग्रामीणों, ग्राम प्रधान और युवाओं ने मिलकर काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
घटना की सूचना मिलते ही दमकल की दो गाड़ियां, पुलिस अधिकारी, वन विभाग के कर्मचारी और स्थानीय नेता मौके पर पहुंचे। चार टैंकरों से पानी की सप्लाई की गई और बोरवेल से भी पानी निकालकर आग बुझाने में मदद ली गई। हालांकि देर शाम तक आग पर काबू पा लिया गया, लेकिन तब तक खेतों, बागों, कच्चे मकानों और पेड़-पौधों को भारी नुकसान हो चुका था। एसडीएम ने मामले की जांच के निर्देश दिए हैं और प्रशासनिक स्तर पर नुकसान के आकलन की प्रक्रिया शुरू हो गई है।