झांसी न्यूज डेस्क: झांसी से दिल दहला देने वाली खबर आई है, जहां महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के एनआईसीयू में भीषण आग लगने से 10 नवजात शिशुओं की मौत हो गई। हालांकि, करीब 47 बच्चों को बचा लिया गया। यह घटना शुक्रवार रात 10 बजे के आसपास हुई, जब ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर में स्पार्क के कारण आग लग गई और इसके बाद विस्फोट हो गया। देखते ही देखते अस्पताल के अन्य वार्ड भी आग की चपेट में आ गए।
झांसी के जिलाधिकारी अविनाश कुमार के अनुसार, आग की वजह शॉर्ट सर्किट बताई जा रही है। घटना के समय स्पेशल न्यू बोर्न केयर यूनिट में गंभीर रूप से बीमार 54-55 बच्चे भर्ती थे। कर्मचारियों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 40 बच्चों को बाहर निकाला, लेकिन 10 बच्चों को बचाया नहीं जा सका। आग पर काबू पाने के लिए फायर ब्रिगेड की छह गाड़ियां घटनास्थल पर पहुंची और दो घंटे में आग बुझाई।
झांसी मंडल के कमिश्नर बिमल कुमार दुबे ने पुष्टि की कि हादसे में कई बच्चे घायल हुए हैं और उनका इलाज जारी है। डीआईजी कलानिधि नैथानी ने बताया कि आग पर काबू पा लिया गया है, लेकिन आग लगने के कारण का अभी तक पता नहीं चल पाया है। जिला प्रशासन राहत और बचाव कार्यों में जुटा है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना के तुरंत बाद जिला प्रशासन को घायलों को इलाज दिलाने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने घटना की जांच के लिए एक टीम का गठन किया है, जो 12 घंटे में रिपोर्ट पेश करेगी। सीएम योगी ने मृत बच्चों के परिजनों के प्रति शोक व्यक्त किया और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
सीएम योगी ने सोशल मीडिया पर घटना पर शोक जताते हुए लिखा, "झांसी स्थित मेडिकल कॉलेज के एनआईसीयू में हुई दुर्घटना अत्यंत दुःखद है। प्रशासन और संबंधित अधिकारियों को राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं। प्रभु श्री राम से दिवंगत बच्चों की आत्मा को शांति और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना करता हूं।"