झांसी न्यूज डेस्क: झांसी के जिला अस्पताल ने दो साल पहले हड्डी रोग विभाग में डीएनबी (डिप्लोमेट ऑफ नेशनल बोर्ड) कोर्स शुरू करने के लिए आवेदन किया था। लेकिन, योग्य चिकित्सकों के स्थानांतरण की वजह से यह योजना ठप पड़ गई। अब शासन ने अस्पताल को निर्देश दिया है कि वह इन चिकित्सकों की वापसी के लिए आवेदन करे। अगर चिकित्सक वापस आते हैं, तो अगले साल से डीएनबी कोर्स शुरू हो सकता है और जिला अस्पताल को कॉलेज के रूप में भी संचालित किया जा सकेगा।
साल 2022 में जिला अस्पताल ने डीएनबी कोर्स शुरू करने के लिए पूरी तैयारी की थी। यहां तक कि मान्यता प्राप्त करने के लिए जरूरी सभी मानकों को भी पूरा किया गया था। लेकिन 2023 में शासन ने कई चिकित्सकों का ट्रांसफर कर दिया, जो डीएनबी कोर्स के लिए जरूरी मापदंडों को पूरा कर रहे थे। इस वजह से डीएनबी की मान्यता की फाइल लंबित रह गई और कोर्स शुरू नहीं हो सका।
अब शासन ने जिला अस्पताल को निर्देश दिए हैं कि वह उन चिकित्सकों की वापसी के लिए आवेदन करे, जिन्हें ट्रांसफर किया गया था। अगर यह प्रक्रिया सफल रहती है, तो अगले साल से डीएनबी कोर्स शुरू हो जाएगा। इसके बाद अस्पताल को कॉलेज का दर्जा मिलने की संभावना भी बढ़ जाएगी।
डीएनबी कोर्स शुरू होने के बाद जिला अस्पताल को एक नई पहचान मिलेगी। यह कोर्स शुरू होने से अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्सकों को प्रशिक्षित किया जा सकेगा और उन्हें डीएनबी की डिग्री भी प्रदान की जा सकेगी। इससे क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा।
इसके अलावा, जिला अस्पताल एंकवास सर्टिफिकेट पाने की कोशिश भी कर रहा है। एंकवास सर्टिफिकेट मिलने पर केंद्र सरकार से अस्पताल को आर्थिक सहायता मिल सकेगी। इसके लिए अस्पताल प्रशासन लगातार काम कर रहा है और हर दिन मैराथन बैठकें हो रही हैं।
एंकवास सर्टिफिकेट मिलने के बाद अस्पताल को प्रति बेड 500 रुपये प्रतिवर्ष प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। झांसी जिला अस्पताल में 100 बेड हैं, जिससे अस्पताल को अगले तीन साल तक हर साल 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता मिल सकती है। इस सर्टिफिकेट के लिए अस्पताल में सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है।
अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. प्रमोद कुमार कटियार ने बताया कि डीएनबी कोर्स के लिए प्रयास जारी हैं। साथ ही, एंकवास सर्टिफिकेट पाने के लिए अस्पताल में व्यवस्थाओं को बेहतर किया जा रहा है। जल्द ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम अस्पताल का निरीक्षण करेगी।