झांसी न्यूज डेस्क: बुंदेलखंड के महोबा जिले की ग्राम पंचायत पलरा में बुधवार को जल जीवन मिशन की उच्च स्तरीय टीम ने गांव में चल रहे कार्यों का निरीक्षण किया। लेकिन टीम के इस दौरे से ग्रामीणों को कोई राहत नहीं मिली। ग्रामीणों का आरोप है कि अधिकारी बिना किसी समस्या का समाधान किए लौट गए, जिससे गांव में नाराजगी का माहौल है।
टीम में एडीएम नमामि गंगे मुईन इस्लाम, अधिशासी अभियंता ललिता सिंह और परियोजना प्रबंधक सैम पैट्रिक शामिल थे। निरीक्षण के दौरान ग्रामीणों ने बताया कि जलजीवन मिशन के तहत गांव की केवल 20% आबादी को ही पानी मिल पा रहा है, जबकि 80% लोग अब भी पानी की परेशानी झेल रहे हैं। इसके बावजूद टीम ने न तो समस्याओं का हल निकाला, न ही कोई ठोस आश्वासन दिया।
गांव के लोगों ने यह भी कहा कि अधिकारी जब भी आते हैं, सिर्फ औपचारिकता निभाकर चले जाते हैं। न कोई सही तरह से निरीक्षण करता है, न ही आम लोगों से फीडबैक लिया जाता है। इस बार भी जनता की बात सुने बिना टीम वापस लौट गई, जिससे लोग खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं।
ग्राम प्रधान रामप्रताप और ग्रामीण सुम्मेर का कहना है कि कई बार शिकायतें करने के बावजूद पानी की समस्या जस की तस बनी हुई है। गांव की बड़ी आबादी आज भी नल कनेक्शन के भरोसे पानी का इंतजार कर रही है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो वे आंदोलन के लिए मजबूर होंगे।