झांसी न्यूज डेस्क: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा डॉ. भीमराव आंबेडकर पर दिए गए बयान को लेकर राजनीतिक माहौल गरमा गया है। उनके बयान के विरोध में बृहस्पतिवार को कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता इलाइट चौराहा पर गृहमंत्री का पुतला फूंकने के लिए एकत्र हुए थे। हालांकि, पुतला जलाने से पहले ही पुलिस मौके पर पहुंच गई और पुतला छीनकर अपने साथ ले गई।
इस घटना के बाद, प्रदर्शनकारियों ने चौराहा पर ही धरना शुरू कर दिया। पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य और सपा नेताओं के नेतृत्व में यह प्रदर्शन किया जा रहा था। नेताओं का आरोप था कि गृहमंत्री अमित शाह ने डॉ. भीमराव आंबेडकर का अपमान किया है, जो दलित और वंचित वर्ग के लिए भगवान के समान हैं, और इसे सहन नहीं किया जाएगा।
पुलिस के पुतला लेकर जाने के बाद प्रदर्शनकारी और पुलिस के बीच हल्की झड़प भी हुई। सपा और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पुतला वापस लेने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें सफल नहीं होने दिया। इसके बाद, प्रदर्शनकारी धरने पर बैठ गए और गृहमंत्री के इस्तीफे की मांग करने लगे।
इस विवादित घटना के बाद, कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के नेताओं ने कहा कि यह अपमानित बयान किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जाएगा। प्रदर्शनकारी गृहमंत्री की सत्ता से हटने तक विरोध जारी रखने का संकेत दे रहे हैं।