झांसी न्यूज डेस्क: प्रयागराज के माफिया अतीक अहमद के बेटे अली अहमद को नैनी सेंट्रल जेल से झांसी जेल में शिफ्ट कर दिया गया है। इस दौरान उसने मीडिया से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील की कि उसे अब और न सताया जाए। अली ने कहा – "जो कुछ हो गया, सो हो गया। अब अनावश्यक रूप से परेशान किया जा रहा है, उससे बचा लिया जाए।"
अली अहमद ने आरोप लगाया कि प्रयागराज जेल में उसे पहले से ही परेशान किया जा रहा था और अब उसे 400-500 किलोमीटर दूर झांसी जेल भेजकर और तकलीफ दी जा रही है। उसने यह भी बताया कि प्रयागराज जेल में उसे बिल्कुल अकेले रखा गया था, जहां किसी से मिलने या बात करने की अनुमति नहीं थी।
पैसों और मुलाकातियों के सवाल पर अली ने सफाई देते हुए कहा कि उसके पास जो 1100 रुपये मिले थे, वे जेल कूपन खरीदने के लिए थे, जो अनुमति प्राप्त है। वहीं, वकीलों के बहाने कई लोगों के जेल में मिलने आने के आरोपों पर उसने कहा कि वकालतनामा चेक करने के बाद ही किसी को मुलाकात की इजाजत दी जाती थी।
झांसी जेल शिफ्टिंग के दौरान अली अहमद की सुरक्षा को लेकर बेहद सख्ती बरती गई। पूरे रास्ते सीसीटीवी कैमरों से निगरानी रखी गई और भारी पुलिस बल तैनात था। गौरतलब है कि अली रंगदारी के एक मामले में 2022 में कोर्ट में सरेंडर कर चुका है। उस पर आरोप है कि उसने उमेश पाल हत्याकांड की साजिश जेल में रहते हुए रची थी।