झांसी न्यूज डेस्क: कोतवाली थाना क्षेत्र के पुरानी नझाई गोला कुआं में रहने वाले 27 वर्षीय उज्जवल गुप्ता ने सूदखोरों की धमकियों से तंग आकर अपनी जान दे दी। वह अपने मामा के विष्णु हरी बैंड का कारोबार संभालता था। सुबह घर से ऑफिस जाने के लिए निकला था लेकिन ऑफिस नहीं पहुंचा। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और मामले की जांच शुरू कर दी है।
उज्जवल गुप्ता की मौत का दृश्य बेहद दुखद था। जब उनके मामा विष्णुकांत गुप्ता दोपहर 12 बजे ऑफिस पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि कार्यालय का ताला लगा हुआ है। उज्जवल का फोन बंद होने के कारण उन्होंने उसकी तलाश शुरू की। घर से थोड़ी दूरी पर स्थित एक अन्य बंद मकान में उज्जवल की मोटरसाइकिल खड़ी मिली। दरवाजा अंदर से बंद था और कई बार आवाज देने के बावजूद उज्जवल ने कोई जवाब नहीं दिया। अंततः दरवाजा तोड़कर अंदर जाने पर पाया गया कि उज्जवल फंदे से लटका हुआ था। यह दृश्य देखकर मामा ने शोर मचाया, जिससे आसपास के लोग मौके पर जमा हो गए।
घटना की जानकारी मिलते ही कोतवाली पुलिस ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया और मृतक उज्जवल गुप्ता के परिवार और रिश्तेदारों से पूछताछ की। परिजनों ने बताया कि उज्जवल की मां लक्ष्मी का पति से विवाद के बाद वह मायके में रहती है और उज्जवल अपने मामा विष्णुकांत गुप्ता के साथ बचपन से ही रह रहा था। उज्जवल मामा के बैंड बिजनेस की जिम्मेदारी निभा रहा था। कुछ समय पहले उज्जवल ने 73 हजार रुपए का कर्ज लिया था, जिसका परिवार को पता नहीं था। कर्ज के चलते सूदखोरों ने उसे परेशान करना शुरू कर दिया था। हाल ही में कुछ लोगों ने ब्याज को लेकर उसे धमकाया था, जिससे वह मानसिक रूप से परेशान हो गया था।