झांसी न्यूज डेस्क: झांसी के गुरसराय में पूर्व चेयरमैन और पूर्व एडीजीसी भान प्रकाश सिरवारिया की हत्या का पुलिस ने राजफाश कर दिया है। पुलिस के मुताबिक, यह हत्या उनके ही पड़ोसी सचिन वर्मा ने की थी। सचिन पर नाबालिग से रेप का केस चल रहा था, जिसमें भान प्रकाश उसकी पैरवी कर रहे थे। सचिन को शक था कि वकील की लचर पैरवी की वजह से उसे अगले महीने सजा हो जाएगी, इसलिए उसने 5 अगस्त की सुबह गला घोंटकर उनकी जान ले ली।
वारदात के बाद पुलिस ने जांच शुरू की और मोहल्ले के लोगों से पूछताछ में पता चला कि घटना से एक दिन पहले भान प्रकाश और सचिन में झगड़ा हुआ था। सचिन वारदात के बाद घर से फरार था, जिसे शुक्रवार को सब्जी मंडी के पास से पकड़ा गया। पहले तो वह टालमटोल करता रहा, लेकिन सख्ती से पूछताछ पर उसने हत्या का जुर्म कबूल कर लिया और पूरी कहानी सुनाई।
सचिन ने बताया कि 2021 में उसने 17 साल की एक लड़की को बहला-फुसलाकर भगाया था। केस दर्ज होने के बाद वह जेल गया, फिर भान प्रकाश की पैरवी से जमानत मिली। लेकिन बाद में पैरवी कमजोर पड़ गई, जिसके चलते वह फिर 3 महीने जेल में रहा। सचिन ने भान प्रकाश से उधार भी लिया था और फीस के बदले अपनी बाइक गिरवी रखी थी। जब उसे पता चला कि 19 सितंबर को फैसले की तारीख है और सजा होने वाली है, तो उसने हत्या की साजिश रच दी।
भान प्रकाश 2000 से 2005 तक गुरसराय नगर पंचायत के अध्यक्ष रहे और कुछ साल पहले एडीजीसी के पद से रिटायर हुए थे। उनकी पत्नी सुशीला की तबीयत पिछले ढाई साल से खराब है, जबकि बेटी कविता शादीशुदा है और बेटा मृत्युंजय अलीगढ़ में रहकर यूपीएससी की तैयारी कर रहा है। इस हत्या से इलाके में सनसनी फैल गई है और पुलिस ने आरोपी को जेल भेज दिया है।