झांसी न्यूज डेस्क: झांसी जीआरपी ने ट्रेनों और प्लेटफॉर्म पर सक्रिय चोरों के एक शातिर गिरोह का पर्दाफाश किया है। ये आरोपी रात के समय प्लेटफॉर्म पर सोते यात्रियों के पास लेटकर चोरी की वारदातों को अंजाम देते थे। वहीं ट्रेनों में टिकट लेकर सफर करते हुए पहले रेकी करते और फिर यात्रियों का कीमती सामान चुरा लेते थे। गिरोह के पास से 21 मोबाइल, नकदी और सोने-चांदी के गहने बरामद किए गए हैं, जिनकी कुल कीमत करीब 39 लाख रुपए बताई जा रही है।
रेलवे पुलिस अधीक्षक विपुल कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि चोरी की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए एक विशेष टीम बनाई गई थी। टीम में जीआरपी थाने के निरीक्षक, उप निरीक्षक और अन्य स्टाफ को शामिल किया गया था। जब झांसी यार्ड में बदमाशों के मौजूद होने की जानकारी मिली तो पुलिस ने सीपरी बाजार की ओर घेराबंदी करके छह चोरों को धर दबोचा। पूछताछ में इन आरोपियों ने चोरी के मोबाइल और गहनों की बरामदगी करवाई।
जांच में खुलासा हुआ कि गिरोह के सदस्य बेहद चालाकी से वारदात करते थे। दो सदस्य ट्रेन में चढ़ते और यात्रियों का ध्यान भटकाते, जबकि अन्य सदस्य यार्ड में तैयार रहते। जैसे ही ट्रेन चलती, वे झपट्टा मारकर यात्रियों का मोबाइल या अन्य सामान लूटकर फरार हो जाते थे। प्लेटफॉर्म पर भी वे यात्रियों के पास सोने का नाटक करते और मौका पाकर सामान गायब कर देते।
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, पकड़े गए आरोपियों पर उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के कई थानों में गंभीर धाराओं में केस दर्ज हैं। इनमें से देवेंद्र विश्वकर्मा, मंयक सोलंकी, फूल सिंह, जावेद अली और ललित परलानी जैसे आरोपी शामिल हैं, जिनके खिलाफ गुंडा एक्ट, लूट, हत्या और चोरी जैसे संगीन मामलों में एफआईआर दर्ज हैं। झांसी जीआरपी का कहना है कि यह गैंग लंबे समय से सक्रिय था और अब इसके नेटवर्क को खंगाला जा रहा है।