झांसी न्यूज डेस्क: झांसी में 14 अप्रैल को अपहरण हुए व्यापारी माधव मोहन गुप्ता केस में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने एक फौजी सहित पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दो आरोपी अब भी फरार हैं। फौजी घनेन्द्र प्रताप सिंह इस पूरी साजिश का मास्टरमाइंड निकला, जिसने अपने साथियों के साथ मिलकर व्यापारी को अगवा कर 1.5 करोड़ की फिरौती की मांग की थी। लेकिन जैसे ही पुलिस ने जांच तेज की, सीसीटीवी, सर्विलांस और स्थानीय लोगों की मदद से दबाव बढ़ा, आरोपी 16 अप्रैल को व्यापारी को छोड़कर भाग निकले।
पूरी घटना की प्लानिंग पहले कार से अपहरण की थी, लेकिन जब गाड़ी की व्यवस्था नहीं हो पाई तो आरोपियों ने ट्रैक्टर से ही अगवा करने की योजना बना डाली। शशिकांत पाल के ट्रैक्टर का इस्तेमाल किया गया। रास्ते में ग्रामीणों ने जब शक जताया, तो घनेन्द्र ने खुद को STF का अफसर बताकर झांसा देने की कोशिश की। लेकिन पुलिस ने अपनी पांच टीमों के जरिए गहरी छानबीन कर केस को सुलझा लिया। गिरफ्तार आरोपियों को जेल भेज दिया गया है और फरार दो लोगों की तलाश जारी है।
पूछताछ में सामने आया कि घनेन्द्र प्रताप पर बहन की शादी में किए गए भारी खर्च का दबाव था। शादी में करीब 25-30 लाख का कर्ज चढ़ गया था, जिससे उबरने के लिए उसने ये खतरनाक साजिश रची। फिरौती की रकम से वो अपना कर्ज चुकाना चाहता था। लेकिन पुलिस की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई ने आरोपियों के मंसूबों पर पानी फेर दिया।