झांसी न्यूज डेस्क: झांसी जिले के पूंछ थाना क्षेत्र से एक दर्दनाक खबर सामने आई है। यहां 34 वर्षीय शैलेंद्र ने ट्रेन के आगे कूदकर अपनी जान दे दी। शैलेंद्र मूल रूप से गांव तिगरकला का रहने वाला था और देवरिया में पानीपूरी बेचकर परिवार चलाता था। इस बार अच्छी बारिश देखकर उसने खेती करने का सोचा और गांव लौट आया, लेकिन खेती में कर्ज पर पैसा लगाने के बावजूद उसे सफलता नहीं मिली।
लगातार नुकसान और आर्थिक संकट ने उसकी मुश्किलें बढ़ा दीं। खेती में उम्मीद पूरी न होने से शैलेंद्र तनाव में रहने लगा। रविवार को जब वह झांसी लौटा तो पत्नी से विवाद हो गया। इसी झगड़े के बाद वह घर से बिना कुछ बताए निकल गया और कुछ ही घंटों बाद सेरसा के पास रेलवे ट्रैक पर उसका शव मिला।
परिजनों के मुताबिक, शैलेंद्र ने धान की खेती में भारी नुकसान झेला था। नुकसान की भरपाई के लिए वह और कर्ज लेता जा रहा था, लेकिन हालात सुधरने के बजाय बिगड़ते गए। इससे उसका मानसिक संतुलन टूट गया। सूचना पाकर परिजन मौके पर पहुंचे और पुलिस को जानकारी दी। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।
परिवार में उसकी पत्नी और तीन छोटी बेटियां तनु (8 साल), पीहू (5 साल) और नित्या (3 साल) हैं। माता-पिता और बच्चों की जिम्मेदारी शैलेंद्र पर ही थी। उसकी मौत से घर में मातम छा गया है और पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है। परिवारजन सदमे में हैं और पूरे गांव में शोक का माहौल है।