झांसी न्यूज डेस्क: झांसी में दो भाइयों की सड़क हादसे में मौत के बाद उनके पोस्टमॉर्टम को लेकर परिजनों ने हंगामा कर दिया। इस दौरान डॉक्टर से धक्का-मुक्की की गई और एक स्वास्थ्य कर्मी के साथ मारपीट कर उसका दांत तोड़ दिया गया। इस घटना से नाराज जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की और सांकेतिक विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। शुक्रवार को पुलिस ने डॉक्टर की शिकायत पर मृतक के बेटे समेत 55 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया।
घटना सीपरी बाजार थाना क्षेत्र के आरी गांव की है, जहां रहने वाले मेहरबान सिंह और हरदास की मंगलवार को सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी। उनके शव झांसी मेडिकल कॉलेज लाए गए, जहां डॉक्टर नीरज सिंह पोस्टमॉर्टम ड्यूटी पर थे। उन्होंने बुधवार को हरदास का पोस्टमॉर्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया, लेकिन मेहरबान सिंह का पंचनामा देर से आने के कारण उसका पोस्टमॉर्टम नहीं हो सका। जब शाम को पंचनामा मिला तो रोशनी कम होने के चलते डॉक्टर ने शासनादेश का हवाला देते हुए वीडियोग्राफी में पोस्टमॉर्टम करने की बात कही। इससे परिजन भड़क गए और डॉक्टर से झगड़ा करने लगे।
इस दौरान वहां मौजूद चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी कपिल ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन तभी करीब 50 लोग अंदर आ गए और मारपीट शुरू कर दी। आरोपियों ने स्वास्थ्य कर्मी पर हमला कर उसका दांत तोड़ दिया। डॉक्टर नीरज सिंह ने बताया कि भीड़ को उकसाने वाले दो लोग खुद को मध्य प्रदेश पुलिस का दरोगा और सिपाही बता रहे थे। पुलिस ने मृतक मेहरबान सिंह के बेटे नरेंद्र समेत पांच लोगों को नामजद करते हुए 50 अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
इस घटना से डॉक्टरों में नाराजगी है। मंडलीय प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर प्रमोद कुमार कटियार ने कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए ताकि भविष्य में चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों के साथ इस तरह की घटनाएं न हों। पुलिस अब आरोपियों की तलाश कर रही है।