झांसी न्यूज डेस्क: झांसी में बुंदेलखंड विश्वविद्यालय की प्रशासनिक अधिकारी डॉ. पुष्पा गौतम को लेकर बड़ा विवाद सामने आया है। आरोप है कि उन्होंने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात का समय मांगा, तो पुलिस ने उनके घर पर कड़ा पहरा बैठा दिया। डॉ. गौतम का कहना है कि उन्हें राज्यपाल से मिलने नहीं दिया गया और रात में ही घर में नजरबंद कर दिया गया।
दरअसल, डॉ. पुष्पा ने पहले विवि परिसर में पेयजल की कमी और कूलरों की खराबी को लेकर शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद मामला तूल पकड़ गया और जांच भी कराई गई। जांच के बाद उनका तबादला क्रीड़ा विभाग में कर दिया गया। लेकिन इसके बावजूद डॉ. गौतम ने डीएम और राज्यपाल कार्यालय से मिलने का समय मांगा, जिसके बाद विवाद और गहरा गया।
डॉ. पुष्पा का कहना है कि मंगलवार रात करीब 12 बजे से ही पुलिस ने उनके घर पर निगरानी शुरू कर दी और उन्हें बाहर जाने की अनुमति नहीं दी गई। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सब उन्हें राज्यपाल तक अपनी बात पहुंचाने से रोकने के लिए किया गया।
वहीं, नवाबाद थाना प्रभारी संतोष अवस्थी ने डॉ. गौतम के आरोपों को नकार दिया है। उनका कहना है कि उन्हें हाउस अरेस्ट करने जैसी कोई स्थिति नहीं है। हालांकि इस पूरे घटनाक्रम के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन और स्थानीय पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़े हो गए हैं।