झांसी न्यूज डेस्क: झांसी रेलवे वैगन मरम्मत वर्कशॉप में कार्यरत लगभग 300 कर्मचारियों पर आयकर चोरी का आरोप लगा है। इन कर्मचारियों ने पिछले सात सालों से आयकर का भुगतान नहीं किया है, जिसके कारण कर विभाग को 5 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
गुरुवार को आयकर विभाग के अधिकारी वर्कशॉप पहुंचे और उन्होंने पाया कि इन कर्मचारियों ने अपना आधार और पैन कार्ड नंबर अपने बैंक खातों से लिंक नहीं कराया था। इसी कारण इनकी सैलरी से आयकर की कटौती नहीं हो पा रही थी।
रेलवे वर्कशॉप में कुल 4000 कर्मचारी कार्यरत हैं और इनमें से लगभग 300 कर्मचारी इस आयकर चोरी में शामिल हैं। इनमें से अधिकांश चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी हैं।
आयकर विभाग ने इन कर्मचारियों को कई बार नोटिस जारी किए और पत्र भी लिखे, लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की। विभाग ने अब इन कर्मचारियों के वेतन से 20% की कटौती करने का निर्णय लिया है, ताकि बकाया आयकर की वसूली की जा सके।
आयकर विभाग के अधिकारियों ने वर्कशॉप में एक कार्यशाला आयोजित की, जिसमें कर्मचारियों को अपने आधार और पैन कार्ड नंबर को बैंक खातों से लिंक करने के लिए प्रेरित किया गया। कई कर्मचारियों ने मौके पर ही अपने दस्तावेज लिंक करा लिए।
विभाग ने उन कर्मचारियों को भी सलाह दी जिनके आधार और पैन कार्ड में कोई गलती थी। उन्हें बताया गया कि वे अपनी गलतियों को सुधार कर अपने दस्तावेजों को लिंक करा सकते हैं।
आयकर विभाग ने चेतावनी दी है कि जो कर्मचारी अभी भी अपने आधार और पैन कार्ड नंबर को लिंक नहीं कराएंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
यह मामला आयकर चोरी का एक गंभीर उदाहरण है। यह दिखाता है कि कुछ लोग कानून का पालन करने से कैसे बचते हैं। आयकर विभाग को इस तरह के मामलों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए ताकि अन्य लोग भी कानून का पालन करने के लिए प्रेरित हों।