मुंबई, 15 अक्टूबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है। महाराष्ट्र में सिंगल फेज में 20 नवंबर को वोटिंग होगी। वहीं झारखंड में 2 फेज में 13 और 20 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। दोनों ही राज्यों के चुनाव नतीजे 23 नवंबर को आएंगे। महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को और झारखंड का कार्यकाल 5 जनवरी 2025 को खत्म हो रहा है। चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके 14 राज्यों की 48 विधानसभा और 2 लोकसभा सीटों पर उपचुनाव की तारीखों का ऐलान भी किया। लोकसभा सीटों में केरल की वायनाड में 13 नवंबर और महाराष्ट्र के नांदेड़ में 20 नवंबर को वोटिंग होगी। वहीं, 47 विधानसभा सीटों पर 13 नवंबर को और उत्तराखंड की केदारनाथ विधानसभा सीट पर 20 नवंबर को मतदान होगा। सभी के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे।
तो वहीं, EVM की शिकायतों पर मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने शायराना अंदाज में कहा, कुछ तो लोग कहेंगे, लोगों का काम है कहना। उन्होंने आगे बताया, लोग पूछते हैं कि किसी देश में पेजर से ब्लॉस्ट कर देते हैं, तो EVM क्यों नहीं हैक हो सकती। पेजर कनेक्टेड होता है भाई, ईवीएम नहीं। 6 महीने पहले EVM की चेकिंग शुरू होती है। पोलिंग पर ले जाना, वोटिंग के बाद वापस लाना। हर एक स्टेज पर पॉलिटिकल पार्टी के एजेंट या कैंडिडेट मौजूद होते हैं। जिस दिन कमीशनिंग होती है, उस दिन बैट्री डाली जाती है। वोटिंग से 5-6 दिन पहले कमिशनिंग होती है। इस दिन सिंबल डाले जाते हैं और बैट्री डाली जाती है। बैट्री पर भी एजेंट के दस्तखत डाले जाते हैं। स्ट्रॉग रूम में जाती है, यहां भी 3 लेवल की चेकिंग होती है। जिस दिन पोलिंग के लिए निकलेंगी, तब भी यही प्रोसेस होगी। वीडियोग्राफी होगी। नंबर भी शेयर होंगे, ये मशीन यहां बूथ पर जाएगी। फिर चेकिंग होगी, वोट डालकर देखे जाएंगे। पूरे दिन वोटिंग हुई। फिर मशीन लॉक। फिर दस्तखत और हिसाब-किताब होता है। 20 शिकायतें आई हैं। हम हर सवाल का फैक्चुअल जवाब देंगे। जल्दी देंगे। अगला भी कुछ आएगा, रुकेगा नहीं।